अंधेर नगरी में अनभिज्ञ राजा, मलाई खाई आयुक्त, उबासी खाये राजा

अंधेर नगरी में अनभिज्ञ राजा, मलाई खाई आयुक्त, उबासी खाये राजा


बालोतरा।* शहर में इन दिनों सफाई के हालात बहुत खराब होने के साथ नाले भरे पड़े है, जिसकी सफाई करने के लिए उपयोग में ली जाने वाली जेसीबी   मशीन भुगतान नही करने के अभाव में गैरेज में खड़ी है, सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी में यह खुलासा हुआ कि पिछले करीब 2 माह से नगर परिषद की नाले निकालने व अन्य संकड़ी गलियों में उपयोग में लिए जाने वाली जेसीबी मशीन को खराब होने के चलते ठीक कराने गैरेज में भेजी गई, गैरेज में मशीन को ठीक हुए करीब 1 माह हो चुका है, पर नगर परिषद द्वारा बिल का भुगतान नही होने के चलते गेरेज से मशीन छुड़ाना मुश्किल भरा सफर हो गया है। ज्ञात रहे एक समय मे सबसे धनाढ्य नगर परिषद में सुमार बालोतरा की ये नगर परिषद आज एक बिल चुकाने की मोहताज कैसे हो गई, इस नगर परिषद में करोड़ो के टेंडर लग रहे है, करोड़ो के भुगतान हो रहे है, पर एक बिल का भुगतान ना करना वही जेसीबी मशीन को नही लाना, यह सब क्या हो रहा है, क्या सत्ता पक्ष को साँप सूंग गया या विपक्ष गूंगा हो चुका है, इस नगर परिषद में बड़े स्तर पर कमीशन का भी खेल चल रहा है जो जग जाहिर है, शहर विकास को लेकर भी खून के आंसू रो रहा है,नगर परिषद सभापति व आयुक्त दोनो मुखदर्शक होकर बैठना सब दिखावा कर रहे है। इतना ही नही सत्ता पक्ष के पार्षद अंदर ही अंदर सभापति सुमित्रा जैन का जमकर विरोध कर रहे है। अलग अलग जगहों पर सत्ता पक्ष के पार्षदो के बैठके भी हुई, पार्षद लामबंद होने के बावजूद ढाक के तीन पात ही नजर आए, जब ये पार्षद उच्च स्तरीय नेताओ के आगे पहुचे तो सबकी बोलती बंद हो गई, अब तो सत्ता पक्ष के पार्षद दबी जुबान में कह रहे है वोट देकर बड़ी भूल कर दी, क्या करे मजबूर है, पार्टी को छोड़ कर कहा जाए।
*बालोतरा।* शहर में इन दिनों सफाई के हालात बहुत खराब होने के साथ नाले भरे पड़े है, जिसकी सफाई करने के लिए उपयोग में ली जाने वाली जेसीबी   मशीन भुगतान नही करने के अभाव में गैरेज में खड़ी है, सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी में यह खुलासा हुआ कि पिछले करीब 2 माह से नगर परिषद की नाले निकालने व अन्य संकड़ी गलियों में उपयोग में लिए जाने वाली जेसीबी मशीन को खराब होने के चलते ठीक कराने गैरेज में भेजी गई, गैरेज में मशीन को ठीक हुए करीब 1 माह हो चुका है, पर नगर परिषद द्वारा बिल का भुगतान नही होने के चलते गेरेज से मशीन छुड़ाना मुश्किल भरा सफर हो गया है। ज्ञात रहे एक समय मे सबसे धनाढ्य नगर परिषद में सुमार बालोतरा की ये नगर परिषद आज एक बिल चुकाने की मोहताज कैसे हो गई, इस नगर परिषद में करोड़ो के टेंडर लग रहे है, करोड़ो के भुगतान हो रहे है, पर एक बिल का भुगतान ना करना वही जेसीबी मशीन को नही लाना, यह सब क्या हो रहा है, क्या सत्ता पक्ष को साँप सूंग गया या विपक्ष गूंगा हो चुका है, इस नगर परिषद में बड़े स्तर पर कमीशन का भी खेल चल रहा है जो जग जाहिर है, शहर विकास को लेकर भी खून के आंसू रो रहा है,नगर परिषद सभापति व आयुक्त दोनो मुखदर्शक होकर बैठना सब दिखावा कर रहे है। इतना ही नही सत्ता पक्ष के पार्षद अंदर ही अंदर सभापति सुमित्रा जैन का जमकर विरोध कर रहे है। अलग अलग जगहों पर सत्ता पक्ष के पार्षदो के बैठके भी हुई, पार्षद लामबंद होने के बावजूद ढाक के तीन पात ही नजर आए, जब ये पार्षद उच्च स्तरीय नेताओ के आगे पहुचे तो सबकी बोलती बंद हो गई, अब तो सत्ता पक्ष के पार्षद दबी जुबान में कह रहे है वोट देकर बड़ी भूल कर दी, क्या करे मजबूर है, पार्टी को छोड़ कर कहा जाए।
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