आजकल के पढ़े लिखे लोग समाज में कई सुधार ला रहे है। लोग अपने पैसो को सही जगह पर खर्च कर रहे है। जो लोग शिक्षित है वो लोग दहेज़ मुक्त शादी को बढ़ावा दे रहे है।
Jodhpur :- आज कल शिक्षा में बढ़ोतरी होने के कारण समाज में कई सुधर हुए है। लोगो ने फालतू चीजों पर फिजूलखर्ची बंद कर दी है। और शिक्षित लोग दहेज मुक्त शादी को भी बढ़ावा दे रहे हैं ऐसा उदाहरण जोधपुर के ओसियां क्षेत्र में देखने को मिला है सामराऊ में रहने वाले एक युवक ने दहेज़ के रूप में मिले 2.51 लाख रूपये के टिके को वापस लौटा दिया ऐसा करके उस युवक ने समाज में हो रही दहेज़ प्रथा वाली शादियों से मुक्त करने को बढ़वा दिया है।
22 जनवरी के दिन सामराऊ निवासी दूल्हे गजेन्द्रसिंह पुत्र उगमसिंघ की बरात नोखा निवासी कानसिंह के वहां गई थी। और उसकी शादी राधिका कँवर के साथ हुई। बारात की स्वागत के बाद गजेन्द्रसिंह को 2.51 लाख रूपये का टिका उपहार स्वरुप दिया गया लेकिन गजेन्द्रसिंह और उसके पिताजी उगमसिंह ने मिलकर वो टिका कानसिंह को वापस कर दिया। तो वहां मौजूद लोगो ने पहल उनकी सराहना की।
दुल्हे के पारिवारिक सदस्य कैप्टन भोमसिंह भाटी सामराऊ ने 251000 का टीका वापस देकर समाज में एक दहेज मुक्त शादी का संदेश दिया. सामराऊ सरपंच कांता कंवर परबतसिंह भाटी ने बताया कि युवाओं में इस तरह की दहेज मुक्ति और बिना टीका शादी करना एक अच्छी मुहिम है. इसे राजपूत समाज में एक नई जागृति और एक नया संदेश जाएगा.